जिला पंचायत की सी.ई.ओ. ने स्कूल शिक्षा विभाग की समीक्षा बैठक में संकुल समन्वयक को स्कूलों में अनिवार्य रूप से कक्षाएं लेने दिए निर्देश
स्कूल शिक्षा विभाग की साप्ताहिक समीक्षा बैठक आज सुबह आयोजित की गई जिसमें जिला पंचायत की मुख्य कार्यपालन अधिकारी प्रियंका महोबिया ने विभिन्न बिंदुओं पर विकासखण्डवार समीक्षा की। इस दौरान उन्होंने प्रभारी जिला शिक्षा अधिकारी को निर्देशित किया कि संकुल समन्वयक अपने अधीनस्थ स्कूलों में प्रतिदिन कक्षा में जाकर कम से कम एक पीरियड लेंगे। इसका अलग से पंजी संधारित किया जाए, जिसमें संबंधित संस्था प्रमुख द्वारा इसका उल्लेख किया जाए। साथ ही संकुल समन्वयकों को दैनंदिनी तैयार करने के भी निर्देश बैठक में दिए गए।
कलेक्टोरेट सभाकक्ष मंे आज सुबह 9.30 बजे से आयोजित विभागीय समीक्षा बैठक में सी.ई.ओ. ने स्कूलों में मूलभूत आवश्यकताओं एवं सुविधाओं की उपलब्धता की जानकारी ली। इस दौरान उन्होंने शाला परिसर में पेयजल व्यवस्था, विद्युत व्यवस्था, अधोसंरचनाओं की उपलब्धता एवं मरम्मत योग्य भवन, शौचालय की उपलब्धता आदि की समीक्षा विकासखण्डवार की। उन्होंने भवन मरम्मत से संबंधित सभी कार्य अगले 2-3 माह के भीतर पूरा करने के लिए प्रभारी जिला शिक्षा अधिकारी आरएन मिश्रा को निर्देशित किया। बैठक में बताया गया कि जिले के 129 स्कूलों में पेयजल की समस्या है। सी.ई.ओ. ने कहा कि अनेक स्कूलों में एक ही परिसर में प्रायमरी के साथ-साथ मिडिल स्कूल संचालित हैं वहां पृथक् से पेयजल स्रोत की आवश्यकता नहीं होगी। विद्यार्थियों में लर्निंग आउटकम विकसित करने पर जोर देते हुए श्रीमती महोबिया ने कहा कि बच्चों में कक्षावार एवं आयुवार क्षमता बढ़ाने फोकस किया जाए, ताकि उन्हें अगली कक्षाओं में जाने पर उन्हंे परेशानी न हो। साथ ही जिले के 177 सी ग्रेड वाले स्कूलों की सतत् मॉनीटरिंग करने के भी निर्देश उन्होंने दिए।
बैठक में स्कूलों में जाति प्रमाण-पत्र तैयार किए जाने के संबंध में कतिपय पटवारियों द्वारा सहयोग नहीं किए जाने की शिकायत पर सभी एसडीएम को तत्संबंध में आवश्यक कार्रवाई करने के लिए जिला पंचायत की सी.ई.ओ. ने निर्देशित किया। इसके अलावा विभिन्न एजेण्डों पर बैठक में चर्चा कर आवश्यक निर्देश संबंधित अधिकारियों को दिए गए। इस अवसर पर विकासखण्ड शिक्षा अधिकारी, स्त्रोत समन्वयक सहित विभाग के अधिकारीगण उपस्थित थे।
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