रावण भाटा सुरक्षा समिति और रावण भाटा दशहरा उत्सव समिति के बीच मैदान को लेकर विवाद
रायपुर : रावण भाटा सुरक्षा समिति मैदान को बचाने के लिए 5 अक्टूबर से आंदोलन करने वाली है. रावण भाटा सुरक्षा समिति का कहना है कि ”रावण भाटा दशहरा उत्सव समिति के द्वारा इस मैदान पर कब्जा किया जा रहा है. मैदान का आकार छोटा होने के साथ ही कमर्शियल कांप्लेक्स का निर्माण कराया जा रहा है. जो कि गलत और अवैधानिक है. ऐसे में शासन प्रशासन से रावण भाटा सुरक्षा समिति ने गुहार लगाई है कि रावण भाटा दशहरा उत्सव समिति को भंग करके नया समिति गठित किया जाए. रावण भाटा दशहरा उत्सव समिति के विरोध में रावण भाटा सुरक्षा समिति सड़क पर उतरने को तैयार है. 5 अक्टूबर को पदयात्रा और परिक्रमा करेंगे.
रावण भाटा सुरक्षा समिति के अध्यक्ष ओमेश बिसेन का कहना है कि “रावण भाटा सुरक्षा समिति लगातार मठपारा से लेकर टिकरापारा तक के लिए लड़ाई लड़ रही है. ग्रीनलैंड और दलदली भूमि के लिए लड़ाई की जा रही है.रावण भाटा दशहरा उत्सव समिति उस मैदान पर कब्जा करके बैठी हुई है.अपना मनमानी कर रही है ऐसे में रावण भाटा सुरक्षा समिति का कहना है कि ”रावण भाटा दशहरा उत्सव समिति को भंग करके नया समिति गठित की जाए. रावण दहन के नाम पर चंदा वसूली भी की जा रही है. इस तरह के आरोप रावण भाटा सुरक्षा समिति ने रावण भाटा दशहरा उत्सव समिति के अध्यक्ष मनोज वर्मा और संयोजक सुशील ओझा पर लगाए हैं. इसके साथ ही मैदान पर जो लोग कब्जा कर के बैठे हैं. उन कब्जाधारियों को हटाया जाए.”
वहीं इस मामले में रावण भाटा दशहरा उत्सव समिति के अध्यक्ष और पार्षद मनोज वर्मा का कहना है कि “रावण भाटा सुरक्षा समिति के द्वारा जो आरोप लगाया जा रहा है वह गलत और बेबुनियाद है किसी तरह की कोई वसूली या मनमानी नहीं की जा रही है. वैसे भी रावण भाटा मैदान दूधाधारी मठ की प्रॉपर्टी है.रावण भाटा उत्सव समिति के संरक्षक दूधाधारी मठ के महंत रामसुंदर दास के देखरेख में रावण भाटा मैदान में हर साल विजयादशमी का पर्व मनाया जाता है.
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