उद्यानों से हरियाली गायब, झूले टूटे

बलौदाबाजार। भीषण गर्मी में दिनभर घर में कैद रहने के बाद बच्चों तथा बुजुर्गों को शाम को हरे-भरे बाग बगीचे सुकून देते हैं। परंतु जिला मुख्यालय बलौदाबाजार के सभी प्रमुख उद्यान रखरखाव के अभाव में बदहाल हैं। वहीं पालिका भी इस दिशा में सार्थक पहल करती हुई नहीं दिख रही है। जिसके चलते उद्यानों की हरियाली पूरी तरह से गायब होने लगी है। यही नहीं कई स्थानों से उद्यानों में लगे सामानों को असामाजिक तत्वों द्वारा तोडऩे के अलावा चोरी कर लिया गया है।

गौरतलब है कि बलौदाबाजार के जिला निर्माण के बाद से ही मुख्यालय में स्थित उद्यान देखरेख की अभाव में दुर्दशा को प्राप्त हो रहे हैं। जिला निर्माण के पूर्व नगर में रामसागर तालाब किनारे नगर पालिका का उद्यान रिसदा रोड स्थित उद्यान पंचशील नगर के पास उद्यान वार्ड क्रमांक चार एवं वार्ड क्रमांक 7 की पुष्प वाटिका सिविल लाइन स्थित गार्डन चौक अंबेडकर चौक सहित करीब आधा दर्जन से अधिक उद्यान एवं पुष्प वाटिका थे।

 इन उद्यानों तथा पुष्प वाटिका में बच्चों के खेलने के लिए झूला फिसलपट्टी सीसी आदि थे। जिसमें प्रतिदिन शाम को बड़ी संख्या में बच्चे खेलने आते थे। प्रत्येक दो-तीन वार्डों के बीच एक उद्यान होने से शाम को उद्यानों में बच्चों के साथ ही महिलाओं तथा बुजुर्गों की भीड़ लगी रहती थी। गर्मियों की छुट्टियों में बच्चे शाम होने का इंतजार करते थे तथा शाम होते ही इन उद्यानों की ओर दौड़ पढ़ते थे।

पूर्व में जिम्मेदार नगर पालिका की जनप्रतिनिधियों व अधिकारियों द्वारा भी इन उद्यानों के रखरखाव के प्रति संवेदनशीलता दिखाते थे। इसके चलते पालिका के कर्मचारी भी उद्यानों के पौधों की कटाई-छंटाई के साथ ही पौधों में नियमित पानी का छिडक़ाव करते थे। जिसके चलते गर्मियों में भी नगर के उद्यान हरे-भरे दिखाई देते थे। पिछले कई वर्षों में जिला मुख्यालय के वार्डों में क्रांकीटीकरण का जाल बिछ गया। जिसमें नगर पालिका के द्वारा करोड़ों रुपए खर्च किए गए, परंतु पालिका द्वारा नगर के उद्यानों की दुर्दशा को सुधारने सकारात्मक पहल नहीं किया जा रहा है।

इस दौरान नगर पालिका ने नगर में एक भी उद्यान नहीं बनाया, अपितु दो दशक पूर्व नगर के अंबेडकर चौक स्थित पंडित रविशंकर शुक्ल उद्यान को उजाड़ कर शॉपिंग कंपलेक्स बनवा दिया है। वर्तमान में सागर तालाब के पीछे गौरव पथ गार्डन चौक तथा हाई स्कूल के पीछे मिनीमाता महाविद्यालय के समीप का स्थित उद्यानों में हरियाली की नदारत है। हाई स्कूल के पीछे के बगीचे का फुहारा सालों से बंद पड़ा है वहीं फुहारे में लगे प्रतिमा टूट गई है।

बहुत से उद्यान के बाउंड्री की लोहे की ग्रिल वहां लोगों के कसरत हेतु लगाए गए लोहे के सामानों को भी चोरों ने नहीं बक्शा है अधिकांश उद्यान प्राप्त सुरक्षा के अभाव में असामाजिक तत्वों का अड्डा बनते जा रहा रहे हैं। यहां प्रात: काल भ्रमण करने हेतु पहुंचे लोगों को उद्यानों में शराब की टूटी बोतले व डिस्पोजल गिलास की वजह से अत्यधिक परेशानियों का सामना करना पड़ता है।


नगर वासियों ने उद्यानों के देख-रेख हेतु पालिका के जनप्रतिनिधियों से उद्यानों में चौकीदार नियुक्त करने के अलावा हरियाली निरंतर बनाए रखने हेतु प्रतिदिन पौधों में पानी दिए जाने की मांग की है।

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