कलेक्धटर धर्मेश ने हरी झंडी दिखाकर सिकलसेल रथ को किया रवाना
सारंगढ़ बिलाईगढ़। कलेक्टर धर्मेश कुमार साहू की अध्यक्षता में "होप थ्रू प्रोग्रेस एडवांसिंग ग्लोबल सिकल सेल एंड ट्रीटमेंट" थीम के साथ प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र भेड़वन में जिला स्तरीय विश्व सिकल सेल दिवस का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में आदिम जाति विकास विभाग द्वारा निर्मित सिकलसेल रथ का कलेक्टर साहू ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया, जो जिले के चिन्हित ग्राम पंचायतों में जाकर सिकलसेल बीमारी के बारे में प्रचार-प्रसार, इसके टेस्ट, उपचार और रोकथाम इत्यादि के बारे में लोगों में जागरूक करने का कार्य करेगी। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कलेक्टर धर्मेश साहू ने कहा कि अगर सिकलसेल की बीमारी को आने वाली पीढ़ी में ट्रांसफर होने से रोकना है, तो सभी व्यक्तियों को सिकल सेल का टेस्ट अनिवार्यतः कराना होगा एवं टेस्ट से पॉजिटिव आए व्यक्तियों को परस्पर विवाह से बचना होगा, तभी इस बीमारी का उन्मूलन संभव है। कार्यक्रम में सीएमएचओ डॉ अवधेश पाणिग्राही ने बताया कि सिकलसेल की बीमारी एक अनुवांशिक बीमारी है, जिसमें हीमोग्लोबिन चैन के छठवें स्थान पर ग्लूटामेट की जगह पर वेलीन नामक अमीनो एसिड चैन में प्रतिस्थापित हो जाते हैं, जिससे लाल रक्त कणिकाएं हंसिया आकार में परिवर्तित हो जाती है, जिससे हंसिया दात्र अरक्तता या "सिकलिन" नामक बीमारी उत्पन्न होती है। राज्य से हमें 40 वर्ष से कम आयु के लगभग 422000 लोगों का परीक्षण करने हेतु लक्ष्य प्राप्त हुआ है, जिसमें से लगभग 180000 का टेस्ट किया जा चुका है, जिसमे 700 बीमार और 1000 कैरियर मिले हैं। हमारे पास टेस्ट के पर्याप्त साधन उपलब्ध हैं।
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