कर्नाटक के मांड्या में गणपति विसर्जन में पथराव, 2 समूहों में भड़की हिंसा; दुकानों और वाहनों को फूंका

 


बेंगलुरू। कर्नाटक के मांड्या जिले में बुधवार रात दो समूहों के बीच झड़प हो गई। यहां के नागमंगला कस्बे में गणपति प्रतिमा विसर्जन जुलूस पर कथित तौर पर पथराव करने के बाद दो पक्षों में झड़प हुई। घटना के बाद कुछ दुकानों और वाहनों में आग लगा दी गई।


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सूत्रों के अनुसार, कुछ युवक गणपति प्रतिमा विसर्जन के लिए जुलूस निकाल रहे थे और जब वे कस्बे में एक दरगाह के पास से गुजर रहे थे तो कुछ असामाजिक तत्वों ने उन पर पथराव करना शुरू कर दिया। इसके बाद दोनों पक्षों में झड़प हो गई।

हिंदू समुदाय ने थाने पर किया प्रदर्शन


पुलिस ने इलाके में प्रतिबंधात्मक आदेश लागू कर दिए हैं और हाई अलर्ट पर है। घटना के बाद हिंदू समुदाय के लोगों ने स्थानीय पुलिस स्टेशन पर विरोध प्रदर्शन किया और पथराव के लिए जिम्मेदार लोगों की तत्काल गिरफ्तारी की मांग की। केंद्रीय मंत्री एचडी कुमारस्वामी ने घटना की निंदा की और जनता से शांति बनाए रखने का आग्रह किया।

कुमारस्वामी ने कांग्रेस पर बोला हमला

कुमारस्वामी ने कानून-व्यवस्था के मुद्दे पर राज्य की कांग्रेस सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने कहा, "नागमंगला में यह घृणित घटना पार्टी और राज्य सरकार द्वारा राजनीतिक लाभ के लिए एक विशेष समुदाय के प्रति अतिशय लाड़-प्यार और तुष्टिकरण के परिणामस्वरूप हुई।" कुमारस्वामी ने तुरंत कार्रवाई की मांग की।

अतिरिक्त पुलिस बल तैनात करने की मांग

कर्नाटक एसडीपीआई प्रमुख अब्दुल मजीद ने मुख्यमंत्री सिद्धारमैया से डीजीपी को कानून-व्यवस्था बहाल करने के लिए अतिरिक्त पुलिस बल तैनात करने और आवश्यक कार्रवाई करने का निर्देश देने की अपील की। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर सीएम को टैग करते हुए लिखा कि, " संबंधित अधिकारियों को ऐसे समूहों के खिलाफ सख्त कदम उठाने का निर्देश दें जिनका उद्देश्य सांप्रदायिक सद्भाव को बाधित करना और राज्य की प्रतिष्ठा को धूमिल करना है।" 

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