प्रदेश में प्रीमियम शराब दुकानों का खेला : क्या अधिकारीयों के कहने से ऑनलाइन पेमेंट नही ले रहे सेल्समेन ? आखिर क्यों बंद है कार्ड मशीन ?
रायपुर: प्रदेश में छत्तीसगढ़ सरकार के द्वारा शराब का विक्रय किया जा रहा है। जिसमें राजधानी रायपुर की सभी दुकानें आबकारी अधिकारी संभाल रहे है। प्रभारी अधिकारियों द्वारा लगातार इन दुकानों की तस्दीक की जाती है । और अधिकारी ये दावा करते है कि उनके सभी दुकानों में सब कुछ सही चल रहा है। किंतु सभी को पता है इन शराब दुकानों में ओवर रेटिंग ,ब्रांड का न मिलना ,और ऑनलाइन कार्ड के द्वारा पेमेंट न लेना जैसी समस्या यहां आम बात है जाहिर है कि किसी भी प्रकार की व्यवस्था आम नागरिकों को नहीं मिलती है । जबकि लगातार इन शराब दुकानों में अव्यवस्था देखी जा रही है । इसी कड़ी में जब हमारे मीडिया के रिपोर्टर द्वारा इन शराब दुकानों में स्टिंग ऑपरेशन किया गया तब पता चला कि अधिकारियों द्वारा दिए गए दावे खोखले साबित हुए हैं जैसे की जहां आबकारी अधिकारी कहते है ओवर रेटिंग नही हो रही वहा कही कही नही हो भी रही मान भी लेते है । उसके अलावा आबकारी अधिकारी जहा बैठते है उस आबकारी कार्यालय के महज कुछ ही दूरी पर स्थित लभाडी प्रीमियम वाइन शॉप में ऑनलाइन सिस्टम फेल है बंद है। वहा कार्ड से पेमेंट लेने में सेल्स मैन मशीन बंद होने या सर्वर डाउन होने का हवाला देते है। जाहिर सी बात है । ऐसे में दूसरे शराब दुकानों में क्या हाल होगा आप समझ ही सकते है।
केस– 1
हर दूसरे दिन मशीन में सर्वर खराब हो रही है
हमारे रिपोर्टर ने इस बात की जांच के लिए इन दुकानों में पड़ताल की तब पता चला की यह प्रीमियम शराब दुकान आशीष सिंग के अंडर में आता है । इस का वीडियो भी बनाया गया जिसमे साफ तौर पर देखा जा सकता है । यह सेल्समेन पहले बोलते है कार्ड मशीन खराब है । लेकिन जैसे ही ग्राहक के रूप में रिपोर्टर के द्वारा विकास गोस्वामी का नाम लिया जाता है तो वो ऑनलाइन पेमेंट लेने के लिए तैयार हो जाते है और कार्ड से पेमेंट ले लेते है। इस पर जब सेल्स मेन से पूछताछ की जाती है तब वो दबे आवाज में कहते है इसमें हमारी गलती नही है। हमने मशीन का सर्वर खराब होने की बात कंपनी में की है लेकिन इसको अभी तक ठीक नही किया गया है। अब इसमें इन सेल्समैन की क्या गलती हैं । अधिकारी ही इन समस्या का निदान तुरंत कर सकते है।
लेकिन अधिकारी करने में देर क्यों कर रहे यह बड़ा सवाल है।
केस– 2
इसी प्रकार जब रिपोर्टर इस बात का पता लगाने की सिर्फ इसी दुकान में ये समस्या आ रही है की बाकी जगह में भी यह स्थिति है तब वे उद्योग भवन प्रीमियम शाप में भी पता लगाया तब भी सेल्समेन ने यही कहा उसी तरह की समस्या कार्ड से पेमेंट नही हो रहा है। मशीन खराब है। पेमेंट हो रहा पर सेटलमेंट नही हो रहा ।
इसी लिए वे कार्ड से पेमेंट नही ले रहे।
फिर हमने अधिकारी से बात करने की बात कही और उतने में वे ऑनलाइन पेमेंट ले लिए दूसरी मशीन में पेमेंट हो गया । तो इससे साफ जाहिर है की इनको या तो ऊपर से ऑर्डर है की ऑनलाइन कार्ड से पेमेंट नही लेना है।
केस 3
जब रिपोर्टर ग्राहक बनकर जब कटोरा तालाब प्रीमियम वाइन शॉप में गया तो भी यही दिक्कत की कार्ड पेमेंट नही हो रहा है। जब पूछा गया कि ऐसा क्यों तब यही बात ऑनलाइन पेमेंट तो हो रही है लेकिन उसका सेटलमेंट नही दिखा रहा । इससे साफ हो गया की ऑनलाइन कार्ड से पेमेंट लेने में इनकी नियत ही नही है।
आबकारी विभाग का दावा फेल
बता दे की आबकारी सचिव आर संगीता जो प्रीमियम शराब दुकानों में डिजिटल पेमेंट को बढ़ावा देने की बात कहती है। जबकि आप जानते है की शराब दुकानो में ऑनलाइन पेमेंट नही ली जाती है । या सर्वर खराब है मशीन बंद है यह कह कर ग्राहकों को वापस भेज दिया जाता है।और ये रोज का मामला है। इस पर कई बार सेल्स मैन और ग्राहकों के बीच झगड़ा या विवाद होने की खबर भी आती हैं।
तो क्यों आबकारी विभाग डिजीटल पेमेंट लागू करने में असमर्थ है ? या इसके पीछे कोई और कारण है ?
दूसरी ओर अभी एक मामला सामने आया था जिसे हमने भी कवर किया था जिसमे एक सुपरवाइजर 27 लाख रुपए लेकर बैंक में जमा करने गया और वापस ही नहीं आया फरार हो गया। अब यदि यही कार्ड से ऑनलाइन पेमेंट लिया जाता तो इतनी बड़ी चोरी नही होती । सीधे कार्ड के माध्यम से पेमेंट होती और बैंक खाते में रकम जमा होती।
तो अब जब इस बारे में अधिकारी से पूछा गया। तो वे ऑनलाइन पेमेंट न होने की बात स्वीकार करते है। और इसको दुरुस्त करने का भी बात करते है।
अब सवाल ये उठता है की ऑनलाइन कार्ड से पेमेंट की जब बात होती है तो सभी प्रीमियम शराब दुकान में मशीन खराब या अन्य कोई कारण बताते है । आखिर कार्ड से पेमेंट क्यों नही लिए जा रहे । जब की सरकार द्वारा लगातार ऑनलाइन पेमेंट को प्राथमिकता दी जा रही। प्रदेश की सरकार समेत केंद्र की मोदी सरकार भी ऑनलाइन पेमेंट करें इस पर जोर देते है। ताकि भ्रष्टाचार को खत्म किया जा सके।
एक ही ब्रांड की शराब बेचने में क्यों मजबूर सरकार
सरकार लगातर दावा करती है की ग्राहकों को सभी ब्रांड की शराब और बीयर di जाएगी। इसके लिए सरकार द्वारा कहा जाता है की अब शराब दुकानों में सभी ब्रांड के शराब उपलब्ध होगी । लेकिन शराब दुकानों में केवल एक या दो ही ब्रांड की बीयर या शराब की बोतल बेची जाती है। बीयर की बात करे तो केवल सिम्बा ब्रांड की बीयर ही दुकानों में सेल की जाती है । इसका क्या कारण है यह तो अधिकारी ही जाने या सरकार ।
लेकिन स्पष्ट है कि लोगो को बेवकूफ बनाने या उनकी जेब पर अतिरिक्त बोझ करने के अलावा सरकार कुछ भी नही करती है।
इसके अलावा यदि बात की जाए लोगो को मनपसंद ब्रांड मुहैया कराने की बात जिसमे कुछ ही दिन पूर्व हरिभूमि जैसे न्यूज पेपर पर आबकारी विभाग ने कहा था कि लोगो को उनकी मनपसंद ब्रांड एप से मिलेगी। अब मनपसंद ब्रांड एप बताएगा,किस ब्रांड की शराब किस दुकान में मिलेगी। जहा विभाग एक ओर पसंदीदा ब्रांड न मिलने की शिकायत होगी दूर जैसे दावे करती है। वही वो डिजिटल पेमेंट करने में असमर्थ है। मशीन खराब है । विभाग को एप्लिकेशन लॉन्च करने से पहले अभी की समस्या पर ध्यान देने की जरूरत है।
टोल फ्री नंबर 14405 में कार्यवाही की जमीनी हकीकत आगे इस पर बड़ी खबर के लिए बने रहे हमारे न्यूज चैनल News 36.online में। जिसमें शराब दुकानों में किस प्रकार हो रही 14405 पर कार्यवाही पूरे तथ्यों कागजो के साथ...to be continued
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