मोदी की गारंटी और विष्णु के सुशासन में प्रधानमंत्री आवास योजना से संवर रहा है जीवन
बलौदाबाजार। बलौदाबाजार भाटापारा जिले के अंतर्गत कसडोल विकासखंड के अंतर्गत ग्राम हटौद की रहने वाली कला बाई निषाद की जिंदगी किसी संघर्ष से कम नहीं है। कला बाई के पति स्वर्गीय तीजू राम निषाद का 10 साल पहले बीमारी के कारण निधन हो गया। परिवार की जिम्मेदारी पूरी तरह से कला बाई के कंधों पर आ गई। उन्होंने मजदूरी को अपना सहारा बनाया और अपने बेटे और परिवार का पालन-पोषण शुरू किया। कला बाई निषाद का बेटा भी अपनी मां की तरह मेहनती है। छह साल पहले उसकी शादी हुई और वह गांव में छह महीने मजदूरी करता है। बाकी समय आस पास गावों में मजदूरी का कार्य कर अपने परिवार की आर्थिक स्थिति को मजबूत बनाने के लिए मेहनत करता है। लेकिन खेत न होने की वजह से उनका पूरा जीवन मजदूरी पर ही निर्भर था।
कला बाई निषाद का जीवन तब बदलना शुरू हुआ जब उन्हें महतारी वंदना योजना और प्रधानमंत्री उज्ज्वला गैस योजना का लाभ मिला। इन योजनाओं ने उनके परिवार को न केवल आर्थिक सहारा दिया,बल्कि उनका जीवनस्तर भी सुधारा। जहां पहले वे लकड़ी के चूल्हे पर खाना बनाने को मजबूर थीं,वहीं अब उज्ज्वला योजना के तहत गैस सिलेंडर मिलने से उनका काम आसान हो गया। इसके अलावा प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत उन्हें पक्का घर भी मिला। उनका घर महज 80 दिनों में ही तैयार हुआ है। कला बाई कहती हैं कि "हम मजदूरी करके जैसे-तैसे घर का खर्चा चलाते थे। पक्के घर का सपना कभी देखा ही नहीं था। लेकिन अब अपने नाती-पोतों के साथ नए घर में रहकर जीवन यापन करना मेरे लिए किसी वरदान से कम नहीं है।" सरकार की इन योजनाओं ने कला बाई के जीवन में नई उम्मीदें और खुशियां भर दी हैं। वह अब अपने नाती-पोतों के साथ खुशी-खुशी जीवन जी रही हैं। उनका कहना है, "प्रधानमंत्री जी और मुख्यमंत्री जी ने हमारे जैसे गरीब परिवारों के लिए जो किया है, उसके लिए हम जीवन भर उनके आभारी रहेंगे। कला बाई की यह संघर्ष साबित करती है कि मेहनत,संघर्ष और सही मदद से कोई भी इंसान अपने जीवन को बेहतर बना सकता है।
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